कोकिल पंचमी व्रत: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
व्रत विधान संग्रह–गणना–कुल समय 5 वर्ष तक; उपवास 25। किशनसिंह क्रियाकोश विधि–पाँच वर्ष तक प्रतिवर्ष आषाढ़़ कृ.5 से कार्तिक कृ॰ 5 (चतुर्मास) की 5 पंचमी को उपवास करे। जाप—नमस्कार मंत्र का त्रिकाल जाप्य। | <span class="HindiText">व्रत विधान संग्रह–गणना–कुल समय 5 वर्ष तक; उपवास 25। किशनसिंह क्रियाकोश विधि–पाँच वर्ष तक प्रतिवर्ष आषाढ़़ कृ.5 से कार्तिक कृ॰ 5 (चतुर्मास) की 5 पंचमी को उपवास करे। जाप—नमस्कार मंत्र का त्रिकाल जाप्य। | ||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:53, 28 July 2022
व्रत विधान संग्रह–गणना–कुल समय 5 वर्ष तक; उपवास 25। किशनसिंह क्रियाकोश विधि–पाँच वर्ष तक प्रतिवर्ष आषाढ़़ कृ.5 से कार्तिक कृ॰ 5 (चतुर्मास) की 5 पंचमी को उपवास करे। जाप—नमस्कार मंत्र का त्रिकाल जाप्य।