चंद्रगिरि: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
No edit summary |
||
Line 8: | Line 8: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: च]] | [[Category: च]] | ||
[[Category: करणानुयोग]] |
Revision as of 23:29, 31 August 2022
श्रवणबेलगोला में दो पर्वत स्थित हैं–एक विंध्य और दूसरा चंद्रगिरि। इस पर्वतपर आचार्य भद्रबाहु द्वितीय और उनके शिष्य चंद्रगुप्त (सम्राट) की समाधि हुई थी।