जयमित्र: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) विद्याधरों का एक राजा । यह सिंहरथारोही होकर राम की ओर से रावण से लड़ा था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 58.3-7 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) विद्याधरों का एक राजा । यह सिंहरथारोही होकर राम की ओर से रावण से लड़ा था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 58.3-7 </span></p> | ||
<p id="2">(2) प्रभापुर नगर के राजा श्रीनंदन और उसकी रानी धरणी का पुत्र । यह सप्तर्षियों में सातवां ऋषि था । मथुरा में चमरेंद्र द्वारा फैलायी गयी महामारी इसी के प्रभाव से शांत हुई थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 92.1-14 </span></p> | <p id="2">(2) प्रभापुर नगर के राजा श्रीनंदन और उसकी रानी धरणी का पुत्र । यह सप्तर्षियों में सातवां ऋषि था । मथुरा में चमरेंद्र द्वारा फैलायी गयी महामारी इसी के प्रभाव से शांत हुई थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 92.1-14 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
सप्त ऋषियों में से एक–देखें सप्त ऋषि ।
पुराणकोष से
(1) विद्याधरों का एक राजा । यह सिंहरथारोही होकर राम की ओर से रावण से लड़ा था । पद्मपुराण 58.3-7
(2) प्रभापुर नगर के राजा श्रीनंदन और उसकी रानी धरणी का पुत्र । यह सप्तर्षियों में सातवां ऋषि था । मथुरा में चमरेंद्र द्वारा फैलायी गयी महामारी इसी के प्रभाव से शांत हुई थी । पद्मपुराण 92.1-14