जिह्वक: Difference between revisions
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Revision as of 16:23, 19 August 2020
वंशा नामक दूसरी पृथिवी के आठवें प्रस्तार से संबंधित आठवां इंद्रक बिल । इसकी चारों दिशाओं में एक सौ सोलह और विदिशा में एक सौ बारह श्रेणिबद्ध बिल होते हैं । अपरनाम जिह्विक । हरिवंशपुराण 4.78,112