नास्थशाला: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> देवांगनाओं के नृत्य करने का स्थान । समवसरण में दो नाट्यशालाओं की रचना होती हैं ये तीन-तीन खंड की होती है । <span class="GRef"> महापुराण 22.148-155 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> देवांगनाओं के नृत्य करने का स्थान । समवसरण में दो नाट्यशालाओं की रचना होती हैं ये तीन-तीन खंड की होती है । <span class="GRef"> महापुराण 22.148-155 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:54, 14 November 2020
देवांगनाओं के नृत्य करने का स्थान । समवसरण में दो नाट्यशालाओं की रचना होती हैं ये तीन-तीन खंड की होती है । महापुराण 22.148-155