निश्चयसंपक्चारित्र: Difference between revisions
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<p> अंतरंग और बहिरंग सभी प्रकार के संकल्पों को त्याग कर अपनी आत्मा के स्वरूप में विचरण करना । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 18.29 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> अंतरंग और बहिरंग सभी प्रकार के संकल्पों को त्याग कर अपनी आत्मा के स्वरूप में विचरण करना । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 18.29 </span></p> | ||
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Revision as of 16:54, 14 November 2020
अंतरंग और बहिरंग सभी प्रकार के संकल्पों को त्याग कर अपनी आत्मा के स्वरूप में विचरण करना । वीरवर्द्धमान चरित्र 18.29