परिणय: Difference between revisions
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<p> विवाह । यह प्रजा संतति का कारण है और मनुष्यों के गृहस्थधर्म का प्रवेश द्वार है । <span class="GRef"> महापुराण 15.30, 25.62-64 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> विवाह । यह प्रजा संतति का कारण है और मनुष्यों के गृहस्थधर्म का प्रवेश द्वार है । <span class="GRef"> महापुराण 15.30, 25.62-64 </span></p> | ||
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
विवाह । यह प्रजा संतति का कारण है और मनुष्यों के गृहस्थधर्म का प्रवेश द्वार है । महापुराण 15.30, 25.62-64