पलाशकूट: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) कुरुदेश का एक ग्राम । यहाँ वसुदेव ने अपने पूर्वभव में नंदी के रूप में जन्म लिया था । <span class="GRef"> महापुराण 70. 200 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) कुरुदेश का एक ग्राम । यहाँ वसुदेव ने अपने पूर्वभव में नंदी के रूप में जन्म लिया था । <span class="GRef"> महापुराण 70. 200 </span></p> | ||
<p id="2">(2) भद्रशाल वन के कूटों में एक कूट । यह सीतोदा नदी के उत्तरी तट पर मेरु की पश्चिम दिशा में स्थित है । यहाँ दिग्गजेंद्र देव रहते हैं । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.207-209 </span></p> | <p id="2">(2) भद्रशाल वन के कूटों में एक कूट । यह सीतोदा नदी के उत्तरी तट पर मेरु की पश्चिम दिशा में स्थित है । यहाँ दिग्गजेंद्र देव रहते हैं । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.207-209 </span></p> | ||
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
(1) कुरुदेश का एक ग्राम । यहाँ वसुदेव ने अपने पूर्वभव में नंदी के रूप में जन्म लिया था । महापुराण 70. 200
(2) भद्रशाल वन के कूटों में एक कूट । यह सीतोदा नदी के उत्तरी तट पर मेरु की पश्चिम दिशा में स्थित है । यहाँ दिग्गजेंद्र देव रहते हैं । हरिवंशपुराण 5.207-209