पुस्तकर्म: Difference between revisions
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<p> लकड़ी आदि से बनाये जाने वाले खिलौने । यह क्षय, उपचय और संक्रम के भेद से तीन प्रकार का होता है । यंत्र, निर्यंत्र, सछिद्र और निश्छिद्र ये भी इसके भेद होते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 24.38-40 </span>पूगी― सुपारी । यह समुद्र के किनारे की भूमि में संपन्न होती है । भरतेश दक्षिण विजय के समय पूगी-वनों में गये थे । <span class="GRef"> महापुराण 30.13 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> लकड़ी आदि से बनाये जाने वाले खिलौने । यह क्षय, उपचय और संक्रम के भेद से तीन प्रकार का होता है । यंत्र, निर्यंत्र, सछिद्र और निश्छिद्र ये भी इसके भेद होते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 24.38-40 </span>पूगी― सुपारी । यह समुद्र के किनारे की भूमि में संपन्न होती है । भरतेश दक्षिण विजय के समय पूगी-वनों में गये थे । <span class="GRef"> महापुराण 30.13 </span></p> | ||
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
लकड़ी आदि से बनाये जाने वाले खिलौने । यह क्षय, उपचय और संक्रम के भेद से तीन प्रकार का होता है । यंत्र, निर्यंत्र, सछिद्र और निश्छिद्र ये भी इसके भेद होते हैं । महापुराण 24.38-40 पूगी― सुपारी । यह समुद्र के किनारे की भूमि में संपन्न होती है । भरतेश दक्षिण विजय के समय पूगी-वनों में गये थे । महापुराण 30.13