महाकच्छा: Difference between revisions
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पूर्वविदेहस्थ पद्मकूट वक्षारका एक कूट व उसका रक्षक देव–देखें [[ लोक#5.2 | लोक - 5.2]]। | पूर्वविदेहस्थ पद्मकूट वक्षारका एक कूट व उसका रक्षक देव–देखें [[ लोक#5.2 | लोक - 5.2]]। | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p> पश्चिम विदेहक्षेत्र में सीता नदी और नील कुलाचल के मध्य प्रदक्षिणा रूप से स्थित आठ देशों में तीसरा देश । इसके छ: खंड हैं । <span class="GRef"> महापुराण 63.208, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.245-246 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> पश्चिम विदेहक्षेत्र में सीता नदी और नील कुलाचल के मध्य प्रदक्षिणा रूप से स्थित आठ देशों में तीसरा देश । इसके छ: खंड हैं । <span class="GRef"> महापुराण 63.208, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.245-246 </span></p> | ||
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Revision as of 16:56, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
पूर्वविदेहस्थ पद्मकूट वक्षारका एक कूट व उसका रक्षक देव–देखें लोक - 5.2।
पुराणकोष से
पश्चिम विदेहक्षेत्र में सीता नदी और नील कुलाचल के मध्य प्रदक्षिणा रूप से स्थित आठ देशों में तीसरा देश । इसके छ: खंड हैं । महापुराण 63.208, हरिवंशपुराण 5.245-246