माप्रर्गभावना: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
(No difference)
|
Revision as of 16:32, 19 August 2020
तीर्थंकर नामकर्म के बंध की कारण सोलह भावनाओं में एक भावना । इसमें ज्ञान, तप, जिनेंद्र की पूजा आदि के द्वारा धर्म का प्रकाश फैलाया जाता है । महापुराण 63. 329, 331, हरिवंशपुराण 34.147