मृगायण: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) कोशल देश के वृद्धग्राम का एक ब्राह्मण । इसकी स्त्री मधुरा तथा पुत्री वारुणी थी । यह आयु के अंत में मरकर साकेत नगर के राजा दिव्यबल और उसकी रानी सुमति के हिरण्यवती पुत्री हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 59.207-209, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 27.61-63 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) कोशल देश के वृद्धग्राम का एक ब्राह्मण । इसकी स्त्री मधुरा तथा पुत्री वारुणी थी । यह आयु के अंत में मरकर साकेत नगर के राजा दिव्यबल और उसकी रानी सुमति के हिरण्यवती पुत्री हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 59.207-209, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 27.61-63 </span></p> | ||
<p id="2">(2) सिंधु नदी का तटवासी एक तापस । इसकी विशाखा पत्नी और उससे उत्पन्न गौतम पुत्र था । <span class="GRef"> महापुराण 70.142 </span></p> | <p id="2">(2) सिंधु नदी का तटवासी एक तापस । इसकी विशाखा पत्नी और उससे उत्पन्न गौतम पुत्र था । <span class="GRef"> महापुराण 70.142 </span></p> | ||
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Revision as of 16:56, 14 November 2020
(1) कोशल देश के वृद्धग्राम का एक ब्राह्मण । इसकी स्त्री मधुरा तथा पुत्री वारुणी थी । यह आयु के अंत में मरकर साकेत नगर के राजा दिव्यबल और उसकी रानी सुमति के हिरण्यवती पुत्री हुआ था । महापुराण 59.207-209, हरिवंशपुराण 27.61-63
(2) सिंधु नदी का तटवासी एक तापस । इसकी विशाखा पत्नी और उससे उत्पन्न गौतम पुत्र था । महापुराण 70.142