वानप्रस्थ: Difference between revisions
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<p> चारित्रसार/46/3 <span class="SanskritText">वानप्रस्थ अपरिगृहीतजिनरूपा वस्त्रखण्धारिणो निरतिशयतपःसमुद्यता भवंति। </span>=<span class="HindiText"> जिन्होंने भगवान् अर्हंतदेव का दिगंबर रूप धारण नहीं किया है, जो खंडवस्त्रों को धारण कर निरतिशय तपश्चरण करने में तत्पर रहते हैं, उन्हें वानप्रस्थ कहते हैं। </span></p> | <p><span class="GRef"> चारित्रसार/46/3 </span><span class="SanskritText">वानप्रस्थ अपरिगृहीतजिनरूपा वस्त्रखण्धारिणो निरतिशयतपःसमुद्यता भवंति। </span>=<span class="HindiText"> जिन्होंने भगवान् अर्हंतदेव का दिगंबर रूप धारण नहीं किया है, जो खंडवस्त्रों को धारण कर निरतिशय तपश्चरण करने में तत्पर रहते हैं, उन्हें वानप्रस्थ कहते हैं। </span></p> | ||
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Revision as of 13:02, 14 October 2020
चारित्रसार/46/3 वानप्रस्थ अपरिगृहीतजिनरूपा वस्त्रखण्धारिणो निरतिशयतपःसमुद्यता भवंति। = जिन्होंने भगवान् अर्हंतदेव का दिगंबर रूप धारण नहीं किया है, जो खंडवस्त्रों को धारण कर निरतिशय तपश्चरण करने में तत्पर रहते हैं, उन्हें वानप्रस्थ कहते हैं।