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पूर्व व अपर विदेहों में स्थित 12 नदियाँ। पूर्व में ग्राहवती, द्रहवती, पंकावती, तप्तजला, मत्तजला और उन्मत्तजला ये 6 हैं और पश्चिम में–क्षीरोदा, सीतोदा, औषधवाहिनी, गंभीरमालिनी, फेनमालिनी और ऊर्मिमालिनी ये छः हैं। देखें [[ लोक#3.14 | लोक - 3.14]]। | पूर्व व अपर विदेहों में स्थित 12 नदियाँ। पूर्व में ग्राहवती, द्रहवती, पंकावती, तप्तजला, मत्तजला और उन्मत्तजला ये 6 हैं और पश्चिम में–क्षीरोदा, सीतोदा, औषधवाहिनी, गंभीरमालिनी, फेनमालिनी और ऊर्मिमालिनी ये छः हैं। देखें [[ लोक#3.14 | लोक - 3.14]]। | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p> पूर्व और अपर विदेह की इस नाम से विख्यात बारह नदियाँ । उनके नाम हैं― हृदा, हृदवती, पंकवती, तप्तजला, मत्तजला, उन्मत्तजला, क्षीरोदा, सीतोदा, स्रोतोंऽंतर्वाहिनी, गंधमालिनी, फेनमालिनी और ऊर्मिमालिनी । <span class="GRef"> महापुराण 63.205-207 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> पूर्व और अपर विदेह की इस नाम से विख्यात बारह नदियाँ । उनके नाम हैं― हृदा, हृदवती, पंकवती, तप्तजला, मत्तजला, उन्मत्तजला, क्षीरोदा, सीतोदा, स्रोतोंऽंतर्वाहिनी, गंधमालिनी, फेनमालिनी और ऊर्मिमालिनी । <span class="GRef"> महापुराण 63.205-207 </span></p> | ||
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Revision as of 16:57, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
पूर्व व अपर विदेहों में स्थित 12 नदियाँ। पूर्व में ग्राहवती, द्रहवती, पंकावती, तप्तजला, मत्तजला और उन्मत्तजला ये 6 हैं और पश्चिम में–क्षीरोदा, सीतोदा, औषधवाहिनी, गंभीरमालिनी, फेनमालिनी और ऊर्मिमालिनी ये छः हैं। देखें लोक - 3.14।
पुराणकोष से
पूर्व और अपर विदेह की इस नाम से विख्यात बारह नदियाँ । उनके नाम हैं― हृदा, हृदवती, पंकवती, तप्तजला, मत्तजला, उन्मत्तजला, क्षीरोदा, सीतोदा, स्रोतोंऽंतर्वाहिनी, गंधमालिनी, फेनमालिनी और ऊर्मिमालिनी । महापुराण 63.205-207