विशारद: Difference between revisions
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<p> कुंडलपुर के राजा सिंहरथ के पुरोहित सुरगुरु का शिष्य । यह अमोघजिह्व का गुरु था । <span class="GRef"> पांडवपुराण 4.103-112 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> कुंडलपुर के राजा सिंहरथ के पुरोहित सुरगुरु का शिष्य । यह अमोघजिह्व का गुरु था । <span class="GRef"> पांडवपुराण 4.103-112 </span></p> | ||
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Revision as of 16:57, 14 November 2020
कुंडलपुर के राजा सिंहरथ के पुरोहित सुरगुरु का शिष्य । यह अमोघजिह्व का गुरु था । पांडवपुराण 4.103-112