विषंग: Difference between revisions
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<p> स्वयंभू स्तोत्र/ टी./66/172 <span class="SanskritText">ममेदं सर्वं त्र्यादिकं इति संबंधो विषंगः।</span> = <span class="HindiText">स्त्री आदि सब मेरे हैं, इस प्रकार का संबंध विषंग कहलाता है। </span></p> | <p><span class="GRef"> स्वयंभू स्तोत्र/ </span>टी./66/172 <span class="SanskritText">ममेदं सर्वं त्र्यादिकं इति संबंधो विषंगः।</span> = <span class="HindiText">स्त्री आदि सब मेरे हैं, इस प्रकार का संबंध विषंग कहलाता है। </span></p> | ||
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Revision as of 13:02, 14 October 2020
स्वयंभू स्तोत्र/ टी./66/172 ममेदं सर्वं त्र्यादिकं इति संबंधो विषंगः। = स्त्री आदि सब मेरे हैं, इस प्रकार का संबंध विषंग कहलाता है।