वंशाल: Difference between revisions
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विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर।−देखें [[ विद्याधर ]]। | विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर।−देखें [[ विद्याधर ]]। | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p id="1"> (1) विजयार्ध-उत्तरश्रेणी का आठवाँ नगर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>के अनुसार यह उनसठवाँ नगर है तथा इसका अपर नाम वंशालय है । <span class="GRef"> महापुराण 19.79, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>22.92 </p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) विजयार्ध-उत्तरश्रेणी का आठवाँ नगर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>के अनुसार यह उनसठवाँ नगर है तथा इसका अपर नाम वंशालय है । <span class="GRef"> महापुराण 19.79, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>22.92 </p> | ||
<p id="2">(2) धरणेंद्र की दिति देवी के द्वारा नमि, विनमि विद्याधरों को प्रदत्त आठ विद्या-निकायों में छठा विद्या-निकाय । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>22.60</p> | <p id="2">(2) धरणेंद्र की दिति देवी के द्वारा नमि, विनमि विद्याधरों को प्रदत्त आठ विद्या-निकायों में छठा विद्या-निकाय । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>22.60</p> | ||
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Revision as of 16:58, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर।−देखें विद्याधर ।
पुराणकोष से
(1) विजयार्ध-उत्तरश्रेणी का आठवाँ नगर । हरिवंशपुराण के अनुसार यह उनसठवाँ नगर है तथा इसका अपर नाम वंशालय है । महापुराण 19.79, हरिवंशपुराण 22.92
(2) धरणेंद्र की दिति देवी के द्वारा नमि, विनमि विद्याधरों को प्रदत्त आठ विद्या-निकायों में छठा विद्या-निकाय । हरिवंशपुराण 22.60