शिवंकर: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) विदेहक्षेत्र का एक वन । पुंडरीकिणी नगरी के राजा प्रजापाल ने अपने पुत्र लोकपाल को राज्य देकर इसी वन में शीलगुप्त मुनि के पास संयम धारण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 46.19-20, 48 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) विदेहक्षेत्र का एक वन । पुंडरीकिणी नगरी के राजा प्रजापाल ने अपने पुत्र लोकपाल को राज्य देकर इसी वन में शीलगुप्त मुनि के पास संयम धारण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 46.19-20, 48 </span></p> | ||
<p id="2">(2) विजयार्घ पर्वत की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में बारहवां नगर । <span class="GRef"> महापुराण 19.79 </span></p> | <p id="2">(2) विजयार्घ पर्वत की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में बारहवां नगर । <span class="GRef"> महापुराण 19.79 </span></p> | ||
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Revision as of 16:58, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर - देखें विद्याधर ।
पुराणकोष से
(1) विदेहक्षेत्र का एक वन । पुंडरीकिणी नगरी के राजा प्रजापाल ने अपने पुत्र लोकपाल को राज्य देकर इसी वन में शीलगुप्त मुनि के पास संयम धारण किया था । महापुराण 46.19-20, 48
(2) विजयार्घ पर्वत की उत्तरश्रेणी के साठ नगरों में बारहवां नगर । महापुराण 19.79