सचित्त-संबंधाहार: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
(No difference)
|
Revision as of 16:38, 19 August 2020
उपभोगपरिमाणव्रत के पाँच अतिचारों में दूसरा अतिचार । सचित्त वस्तुओं से संबंध रखने वाले आहारपान का सेवन करना सचित्तसंबंधाहार अतिचार कहलाता है । हरिवंशपुराण 58.182