सर्वभद्र: Difference between revisions
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<p> इस नाम का एक उपवास । विनयश्री इस उपवास के फलस्वरूप सौधर्मेंद्र की देवी हुई थी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.92 </span>देखें [[ सर्वतोभद्र ]]</p> | <div class="HindiText"> <p> इस नाम का एक उपवास । विनयश्री इस उपवास के फलस्वरूप सौधर्मेंद्र की देवी हुई थी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.92 </span>देखें [[ सर्वतोभद्र ]]</p> | ||
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Revision as of 16:58, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
यक्ष जाति के व्यंतरदेवों का एक भेद। -देखें यक्ष ।
पुराणकोष से
इस नाम का एक उपवास । विनयश्री इस उपवास के फलस्वरूप सौधर्मेंद्र की देवी हुई थी । हरिवंशपुराण 60.92 देखें सर्वतोभद्र