सामसमृद्ध: Difference between revisions
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<p> जंबूद्वीप के विदेहक्षेत्र में पुष्कलावती देश के वीतशोक नगर का एक श्रेष्ठी । इसने सागरदत्त श्रुतकेवली को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । <span class="GRef"> महापुराण 76.130, 134-136 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> जंबूद्वीप के विदेहक्षेत्र में पुष्कलावती देश के वीतशोक नगर का एक श्रेष्ठी । इसने सागरदत्त श्रुतकेवली को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । <span class="GRef"> महापुराण 76.130, 134-136 </span></p> | ||
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Revision as of 16:58, 14 November 2020
जंबूद्वीप के विदेहक्षेत्र में पुष्कलावती देश के वीतशोक नगर का एक श्रेष्ठी । इसने सागरदत्त श्रुतकेवली को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । महापुराण 76.130, 134-136