सारीपुत्र: Difference between revisions
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<span class="HindiText">'महावग्ग' नामक बौद्ध ग्रंथ के अनुसार; ये महात्मा बुद्ध के प्रधान शिष्य थे। पहले जैन साधु थे, 'संजय' नामक एक परिव्राजक ने इन्हें बुद्ध का शिष्य बनने से मना किया था। ( दर्शनसार/ पृ.27/पं.नाथूराम प्रेमी)।</span> | <span class="HindiText">'महावग्ग' नामक बौद्ध ग्रंथ के अनुसार; ये महात्मा बुद्ध के प्रधान शिष्य थे। पहले जैन साधु थे, 'संजय' नामक एक परिव्राजक ने इन्हें बुद्ध का शिष्य बनने से मना किया था। (<span class="GRef"> दर्शनसार/ </span>पृ.27/पं.नाथूराम प्रेमी)।</span> | ||
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Revision as of 13:02, 14 October 2020
'महावग्ग' नामक बौद्ध ग्रंथ के अनुसार; ये महात्मा बुद्ध के प्रधान शिष्य थे। पहले जैन साधु थे, 'संजय' नामक एक परिव्राजक ने इन्हें बुद्ध का शिष्य बनने से मना किया था। ( दर्शनसार/ पृ.27/पं.नाथूराम प्रेमी)।