कांजी बारस व्रत: Difference between revisions
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प्रतिवर्ष भाद्रपद शु. १२ को उपवास करना। नमस्कार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य। | <p class="HindiText">प्रतिवर्ष भाद्रपद शु. १२ को उपवास करना। नमस्कार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य।</p> | ||
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प्रतिवर्ष भाद्रपद शु. १२ को उपवास करना। नमस्कार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य।
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