स्वयंयरविधान: Difference between revisions
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<p> वर के अच्छे और बुरे लक्षण बताने वाला एक ग्रंथ । इसे राजा सगर ने अपने मंत्री से तैयार कराया था । इसका उद्देश्य सुलसा का मधुपिंगल से स्नेह हटाकर राजा सगर में उत्पन्न करना था । <span class="GRef"> महापुराण 67.228-237,241-242 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> वर के अच्छे और बुरे लक्षण बताने वाला एक ग्रंथ । इसे राजा सगर ने अपने मंत्री से तैयार कराया था । इसका उद्देश्य सुलसा का मधुपिंगल से स्नेह हटाकर राजा सगर में उत्पन्न करना था । <span class="GRef"> महापुराण 67.228-237,241-242 </span></p> | ||
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Revision as of 16:59, 14 November 2020
वर के अच्छे और बुरे लक्षण बताने वाला एक ग्रंथ । इसे राजा सगर ने अपने मंत्री से तैयार कराया था । इसका उद्देश्य सुलसा का मधुपिंगल से स्नेह हटाकर राजा सगर में उत्पन्न करना था । महापुराण 67.228-237,241-242