चंडशासन: Difference between revisions
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(<span class="GRef"> महापुराण/60/52-53 </span>) मलय देश का राजा था। एक समय पोदनपुर के राजा वसुषेण से मिलने गया, तब वहाँ उसकी रानी पर मोहित होकर उसे हर ले गया। | (<span class="GRef"> महापुराण/60/52-53 </span>) मलय देश का राजा था। एक समय पोदनपुर के राजा वसुषेण से मिलने गया, तब वहाँ उसकी रानी पर मोहित होकर उसे हर ले गया। | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p> मलय देश का राजा । यह पोदनपुर-नरेश वसुषेण का मित्र था । एक बार यह वसुषेण के पास आया और इसने उसकी पत्नी नंदा का अपहरण किया था । यह मरकर अनेक भवों में भ्रमण करने के बाद काशी देश की वाराणसी नगरी में मधुसूदन नरम का राजा हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 60.50-53, 70.71 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> मलय देश का राजा । यह पोदनपुर-नरेश वसुषेण का मित्र था । एक बार यह वसुषेण के पास आया और इसने उसकी पत्नी नंदा का अपहरण किया था । यह मरकर अनेक भवों में भ्रमण करने के बाद काशी देश की वाराणसी नगरी में मधुसूदन नरम का राजा हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 60.50-53, 70.71 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
( महापुराण/60/52-53 ) मलय देश का राजा था। एक समय पोदनपुर के राजा वसुषेण से मिलने गया, तब वहाँ उसकी रानी पर मोहित होकर उसे हर ले गया।
पुराणकोष से
मलय देश का राजा । यह पोदनपुर-नरेश वसुषेण का मित्र था । एक बार यह वसुषेण के पास आया और इसने उसकी पत्नी नंदा का अपहरण किया था । यह मरकर अनेक भवों में भ्रमण करने के बाद काशी देश की वाराणसी नगरी में मधुसूदन नरम का राजा हुआ था । महापुराण 60.50-53, 70.71