मृगांक: Difference between revisions
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रावण का मंत्री- (<span class="GRef"> पद्मपुराण/-66/1-2 </span>) । | रावण का मंत्री- (<span class="GRef"> पद्मपुराण/-66/1-2 </span>) । | ||
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<p id="1"> (1) रावण का मंत्री । इसने राम-लक्ष्मण को क्रमश: सिंहवाहिनी और गरुडवाहिनी विद्याओं की प्राप्ति की सूचना रावण को देते हुए उसे सीता छोड़कर धर्मबुद्धि धारण करने के लिए समझाया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 66.2-8 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) रावण का मंत्री । इसने राम-लक्ष्मण को क्रमश: सिंहवाहिनी और गरुडवाहिनी विद्याओं की प्राप्ति की सूचना रावण को देते हुए उसे सीता छोड़कर धर्मबुद्धि धारण करने के लिए समझाया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 66.2-8 </span></p> | ||
<p id="2">(2) आदित्यवंशी राजा गरुडांक का पुत्र । <span class="GRef"> पद्मपुराण 5.8, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 13.11 </span></p> | <p id="2">(2) आदित्यवंशी राजा गरुडांक का पुत्र । <span class="GRef"> पद्मपुराण 5.8, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 13.11 </span></p> | ||
<p id="3">(3) जंबूद्वीप का एक नगर । यह सिंहचंद्र की जन्मभूमि थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 17.150 </span></p> | <p id="3">(3) जंबूद्वीप का एक नगर । यह सिंहचंद्र की जन्मभूमि थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 17.150 </span></p> | ||
<p id="4">(4) चौथे बलभद्र सुप्रभ के दीक्षागुरु । <span class="GRef"> पद्मपुराण 20246 </span></p> | <p id="4">(4) चौथे बलभद्र सुप्रभ के दीक्षागुरु । <span class="GRef"> पद्मपुराण 20246 </span></p> | ||
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Revision as of 16:56, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
रावण का मंत्री- ( पद्मपुराण/-66/1-2 ) ।
पुराणकोष से
(1) रावण का मंत्री । इसने राम-लक्ष्मण को क्रमश: सिंहवाहिनी और गरुडवाहिनी विद्याओं की प्राप्ति की सूचना रावण को देते हुए उसे सीता छोड़कर धर्मबुद्धि धारण करने के लिए समझाया था । पद्मपुराण 66.2-8
(2) आदित्यवंशी राजा गरुडांक का पुत्र । पद्मपुराण 5.8, हरिवंशपुराण 13.11
(3) जंबूद्वीप का एक नगर । यह सिंहचंद्र की जन्मभूमि थी । पद्मपुराण 17.150
(4) चौथे बलभद्र सुप्रभ के दीक्षागुरु । पद्मपुराण 20246