कालली: Difference between revisions
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< | <span class="HindiText"> संगीत की चौदह मूर्च्छनाओं के चार भेदों में चौथा भेद । इसमें चार स्वर होते हैं । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 19.169 </span> | ||
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Revision as of 16:28, 24 July 2022
संगीत की चौदह मूर्च्छनाओं के चार भेदों में चौथा भेद । इसमें चार स्वर होते हैं । हरिवंशपुराण 19.169