नि:कृतिवाक्य: Difference between revisions
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Revision as of 01:39, 20 November 2022
सत्यप्रवाद नामक छठे पूर्व में वर्णित बारह प्रकार की भाषा का आठवाँ भेद यह ऐसी भाषा है जिससे दूसरों को प्रवंचित किया जाता है । हरिवंशपुराण 10. 95