पितृमेध: Difference between revisions
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Revision as of 15:30, 18 October 2022
एक यज्ञ । इसमें पिता को होमा जाता है । राजा वसु के समय में नारद और पर्वत का अज शब्द के अर्थ पर विवाद हुआ था । पर्वत मरकर एक राक्षस हुआ । उसने इस प्रकार के यज्ञों का प्रचार किया । पद्मपुराण 11. 86