मध्यमपात्र: Difference between revisions
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Revision as of 17:33, 14 March 2023
पात्र के उत्तम, मध्यम और जघन्य इन तीन भेदों में दूसरा भेद । संयतासंयत श्रावक मध्यम पात्र कहलाते हैं । हरिवंशपुराण 7.108-109