वंद्यता: Difference between revisions
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Revision as of 20:00, 1 February 2023
पारिव्राज्यक्रिया के सत्ताईस सूत्रपदों में एक सूत्रपद । अर्हंतदेव की वंदना करते हुए तपश्चरण करने से मुनियों को यह गुण प्राप्त हो जाता है । वंद्य पुरुष भी ऐसे मुनियों की वंदना करते हैं । महापुराण 39.165, 192