शक्तितस्तप: Difference between revisions
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Revision as of 17:46, 3 September 2022
सिद्धांतकोष से
देखें तप - 6.1 ।
पुराणकोष से
तीर्थंकर-प्रकृतिबंध की सोलहकारण भावनाओं में एक भावना । यथाशक्ति मोक्षमार्ग के अनुरूप तप करना शक्तितस्तप कहलाता है । हरिवंशपुराण 34.138