कनिष्क: Difference between revisions
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<p class="HindiText">इतिहासकारों के अनुसार कुशान वंश (भृत्य वंश) का तृतीय राजा था। बड़ा पराक्रमी था। इसने शकों को जीतकर भारत में एकच्छत्र गणतन्त्र राज्य स्थापित किया था। समय वी.नि./६४६-६९८ (ई.१२०-१६२)– ( देखें - [[ इतिहास#3.4 | इतिहास / ३ / ४ ]])।</p> | |||
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Revision as of 14:30, 24 December 2013
इतिहासकारों के अनुसार कुशान वंश (भृत्य वंश) का तृतीय राजा था। बड़ा पराक्रमी था। इसने शकों को जीतकर भारत में एकच्छत्र गणतन्त्र राज्य स्थापित किया था। समय वी.नि./६४६-६९८ (ई.१२०-१६२)– ( देखें - इतिहास / ३ / ४ )।