गंगदेव: Difference between revisions
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<p class="HindiText">श्रुतावतार के अनुसार आपका नाम (देखें - [[ इतिहास | इतिहास ]]) देव था। आप भद्रबाहु प्रथम (श्रुतकेवली) के पश्चात् दसवें, ११वें अंग व पूर्वधारी हुए थे। समय–वी०नि० ३१५-३२९ (ई०पू०२१२-१९८)। ( देखें - [[ इतिहास#4.4 | इतिहास / ४ / ४ ]])।</p> | |||
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Revision as of 22:15, 24 December 2013
श्रुतावतार के अनुसार आपका नाम (देखें - इतिहास ) देव था। आप भद्रबाहु प्रथम (श्रुतकेवली) के पश्चात् दसवें, ११वें अंग व पूर्वधारी हुए थे। समय–वी०नि० ३१५-३२९ (ई०पू०२१२-१९८)। ( देखें - इतिहास / ४ / ४ )।