गृह: Difference between revisions
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<strong>(</strong>ध.१४/५,६,४१/३९/३)<span class="PrakritText"> कट्ठियाहि बद्धकुड्डा उवरि वंसिकच्छण्णा गिहा णाम।</span>=<span class="HindiText">जिसकी भींत लकड़ियों से बनायी जाती हैं। और जिसका छप्पर बा̐स और तृण से छाया जाता है, वह गृह कहलाता हैं। </span> | |||
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Revision as of 22:16, 24 December 2013
(ध.१४/५,६,४१/३९/३) कट्ठियाहि बद्धकुड्डा उवरि वंसिकच्छण्णा गिहा णाम।=जिसकी भींत लकड़ियों से बनायी जाती हैं। और जिसका छप्पर बा̐स और तृण से छाया जाता है, वह गृह कहलाता हैं।