अंतपंड्यि: Difference between revisions
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<p>आर्यखंडस्थ एक देश। - देखें [[ मनुष्य#4 | मनुष्य - 4]]।</p> | <p>आर्यखंडस्थ एक देश। - देखें [[ मनुष्य#4 | मनुष्य - 4]]।</p> | ||
<p class="HindiText"><span class="GRef">महापुराण/29/ श्लोक नं.</span> भरत चक्रवर्ती के सेनापति ने निम्न देशों को जीता― पूर्वी आर्यखंड की विजय में–कुरु, अवंती, पांचाल, काशी, कोशल, वैदर्भ, मद्र, कच्छ, चेदि, वत्स, सुह्म, पुंड्र, औंड्र, गौड़, दशार्ण, कामरूप, काशमीर, उशीनर, मध्यदेश, कलिंग, अंगार, बंग, अंग, पुंड्र, मगध, मालव, कालकूट, मल्ल, चेदि, कसेरु और वत्स।40-48। मध्य आर्यखंड की विजय में त्रिकलिंग, औद्र, कच्छ, प्रातर, केरल, चेर, पुन्नाग, कूट, ओलिक, महिष, कमेकुर, पांडय, '''अंतरपांडय'''।79-80। आंध्र, कलिंग, ओंड्र, चोल, केरल, पांडय।91-96। | |||
<span class="GRef">महापुराण/30/ श्लोक नं. </span> पश्चिमी आर्यखंड की विजय में–सोरठ (101), कांबोज, बाह्लीक, तैतिल, आरट्ट, सैंधव, वानायुज, गांधार, वाण।107-108।–उत्तर म्लेक्षखंडज में चिलात व आवर्त।(32/46)।</p> | |||
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Revision as of 13:59, 4 November 2022
आर्यखंडस्थ एक देश। - देखें मनुष्य - 4।
महापुराण/29/ श्लोक नं. भरत चक्रवर्ती के सेनापति ने निम्न देशों को जीता― पूर्वी आर्यखंड की विजय में–कुरु, अवंती, पांचाल, काशी, कोशल, वैदर्भ, मद्र, कच्छ, चेदि, वत्स, सुह्म, पुंड्र, औंड्र, गौड़, दशार्ण, कामरूप, काशमीर, उशीनर, मध्यदेश, कलिंग, अंगार, बंग, अंग, पुंड्र, मगध, मालव, कालकूट, मल्ल, चेदि, कसेरु और वत्स।40-48। मध्य आर्यखंड की विजय में त्रिकलिंग, औद्र, कच्छ, प्रातर, केरल, चेर, पुन्नाग, कूट, ओलिक, महिष, कमेकुर, पांडय, अंतरपांडय।79-80। आंध्र, कलिंग, ओंड्र, चोल, केरल, पांडय।91-96। महापुराण/30/ श्लोक नं. पश्चिमी आर्यखंड की विजय में–सोरठ (101), कांबोज, बाह्लीक, तैतिल, आरट्ट, सैंधव, वानायुज, गांधार, वाण।107-108।–उत्तर म्लेक्षखंडज में चिलात व आवर्त।(32/46)।