कुब्जा: Difference between revisions
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<span class="HindiText">(1) भरतक्षेत्र के आर्यखंड की एक नदी । यहाँ भरतेश की सेना ठहरी थी । <span class="GRef"> महापुराण 29.60 </span></br> <span class="HindiText">(2) राजा समुद्रविजय की रानी शिवादेवी की दासी । वसुदेव को राजमहल से बाहर न जाने का रहस्य इसी से ज्ञात हुआ था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 19.33-42 </span> | <span class="HindiText">(1) भरतक्षेत्र के आर्यखंड की एक नदी । यहाँ भरतेश की सेना ठहरी थी । <span class="GRef"> महापुराण 29.60 </span></br> <span class="HindiText">(2) राजा समुद्रविजय की रानी शिवादेवी की दासी । वसुदेव को राजमहल से बाहर न जाने का रहस्य इसी से ज्ञात हुआ था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_19#33|हरिवंशपुराण - 19.33-42]] </span> | ||
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Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
भरतक्षेत्र आर्य खंड की एक नदी–देखें मनुष्य - 4।
पुराणकोष से
(1) भरतक्षेत्र के आर्यखंड की एक नदी । यहाँ भरतेश की सेना ठहरी थी । महापुराण 29.60
(2) राजा समुद्रविजय की रानी शिवादेवी की दासी । वसुदेव को राजमहल से बाहर न जाने का रहस्य इसी से ज्ञात हुआ था । हरिवंशपुराण - 19.33-42