तत्त्वार्थसार: Difference between revisions
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Revision as of 15:42, 8 September 2023
राजवार्तिकालंकारक के आधार पर लिखा गया यह ग्रंथ तत्त्वार्थ का प्ररूपक है। आचार्यअमृतचंद्र (ई.905-955) द्वारा संस्कृत श्लोकों में रचा गया है। इसमें 9 अधिकार और कुल 720 श्लोक हैं।