कार्तिकेयानुप्रेक्षा: Difference between revisions
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<span class="HindiText"> | <span class="HindiText"> आचार्य कुमार कार्तिकेय (ई॰श॰ 2 मध्य) द्वारा रचित वैराग्य भावनाओं का प्रतिपादक प्राकृत गाथा बद्ध ग्रंथ। इसमें 491 गाथाएँ हैं। इस पर आचार्य शुभचंद्र (ई॰1516-1556) ने संस्कृत में टीका लिखी है। तथा पं॰ जयचंद छाबड़ा (ई॰ 1809) ने भाषा टीका लिखी है। | ||
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Latest revision as of 15:08, 12 March 2023
आचार्य कुमार कार्तिकेय (ई॰श॰ 2 मध्य) द्वारा रचित वैराग्य भावनाओं का प्रतिपादक प्राकृत गाथा बद्ध ग्रंथ। इसमें 491 गाथाएँ हैं। इस पर आचार्य शुभचंद्र (ई॰1516-1556) ने संस्कृत में टीका लिखी है। तथा पं॰ जयचंद छाबड़ा (ई॰ 1809) ने भाषा टीका लिखी है।