उपधि वाक्: Difference between revisions
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Latest revision as of 17:48, 23 January 2023
राजवार्तिक/1/20/12/75/12 ... यां वाचं श्रुत्वा परिग्रहार्जनरक्षणादिष्वासज्यते सोपधिवाक्। ... = जिसे सुनकर परिग्रह के अर्जन, रक्षण आदि में आसक्ति उत्पन्न हो वह उपधिवाक् है।
देखें वचन ।