जिनदास: Difference between revisions
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<li> नन्दि संघ बलात्कार गण ईडरगद्दी सकलकीर्ति के शिष्य एक मुनि। कृतियें–जम्बू स्वामी चरित, राम चरित, हरिवंश पुराण, पुष्पाञ्जलिव्रत कथा: जलयात्रा विधि, सार्द्ध द्वय द्वीप पूजा, सप्तर्षि पूजा; ज्येष्ठ जिनवर पूजा, गुरु पूजा, अनन्तव्रत पूजा। वि.१४५०-१५२५ (ई.१३९३-१४६८)। (ती./३/३३८)। </li> | |||
<li> आयुर्वेद के पण्डित। कृतियें–हेलीरेणुका चरित, ज्ञानसूर्योदय। वि.१६००-१६५० (ई.१५४३-१५९३)। (ती./४/८३)। </li> | |||
<li> मराठी के प्रथम ज्ञात कवि। भुवनकीर्ति के शिष्य। कृति–हरिवंश पुराण। समय वि०१७७८-१७९७ (ई.१७२१-१७४०) (ती./४/३१८)। </li> | |||
<li> स्वर्गगत मित्र से प्राप्त आकाशगामी विद्या सेठ सोमदत्त को दी। (वृहद कथा कोष/४)। </li> | |||
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Revision as of 15:16, 25 December 2013
- नन्दि संघ बलात्कार गण ईडरगद्दी सकलकीर्ति के शिष्य एक मुनि। कृतियें–जम्बू स्वामी चरित, राम चरित, हरिवंश पुराण, पुष्पाञ्जलिव्रत कथा: जलयात्रा विधि, सार्द्ध द्वय द्वीप पूजा, सप्तर्षि पूजा; ज्येष्ठ जिनवर पूजा, गुरु पूजा, अनन्तव्रत पूजा। वि.१४५०-१५२५ (ई.१३९३-१४६८)। (ती./३/३३८)।
- आयुर्वेद के पण्डित। कृतियें–हेलीरेणुका चरित, ज्ञानसूर्योदय। वि.१६००-१६५० (ई.१५४३-१५९३)। (ती./४/८३)।
- मराठी के प्रथम ज्ञात कवि। भुवनकीर्ति के शिष्य। कृति–हरिवंश पुराण। समय वि०१७७८-१७९७ (ई.१७२१-१७४०) (ती./४/३१८)।
- स्वर्गगत मित्र से प्राप्त आकाशगामी विद्या सेठ सोमदत्त को दी। (वृहद कथा कोष/४)।