Test5: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 40: | Line 40: | ||
| || || ||दृष्टि नं.4. शुभ और अशुभ -- मन वचन काय रूप <span class="GRef"> राजवार्तिक अध्याय 1/14/39/25 </span> | | || || ||दृष्टि नं.4. शुभ और अशुभ -- मन वचन काय रूप <span class="GRef"> राजवार्तिक अध्याय 1/14/39/25 </span> | ||
|} | |} | ||
{| class="wikitable" | |||
|+ <strong> आहार के भेद प्रभेद <strong> | |||
|- | |||
! कर्माहारादि !!खाद्यादि !! कांजी आदि !! पानकादि | |||
|- | |||
| 1|| 2|| 3|| 4 | |||
|- | |||
| कर्माहार || अशन || कांजी || स्वच्छ | |||
|- | |||
| नोकर्माहार || पान || आंवली || बहल | |||
|- | |||
| कवलाहार || भक्ष्य या खाद्य|| आचाम्ल || लेवड़ | |||
|- | |||
| लेप्याहार || लेह्य || बेलड़ी || अलेवड़ | |||
|- | |||
| ओजाहर || स्वाद्य|| एकलटाना || ससिक्थ | |||
|- | |||
| मानसाहार || --|| --|| असिक्थ | |||
|} | |||
<p><strong> आहार <strong></p> | <p><strong> आहार <strong></p> | ||
# 1. कर्माहारादि<br> | # 1. कर्माहारादि<br> | ||
2. खाद्यादि <br> | * कर्माहार | ||
* नोकर्माहार | |||
* कवलाहार | |||
* लेप्याहार | |||
* ओजाहर | |||
*मानसाहार | |||
# 2.खाद्यादि <br> | |||
3. कांजी आदि<br> | 3. कांजी आदि<br> | ||
4. कांजी आदि </p> | 4. कांजी आदि </p> |
Revision as of 08:46, 30 August 2022
प्रमाण | प्रमाण | आबाधा काल जघन्य | आबाधा काल उत्कृष्ट | |
---|---|---|---|---|
1. उदय अपेक्षा | ||||
गो.क/भा.150/185 | संज्ञी पंचे. का मिथ्यात्व कर्म | समयोनमुहूर्त | 7000 वर्ष | |
मू.156/189 | आयुके बिना 7 कर्मों की सामान्य आबाधा | प्रतिसागर स्थिति पर साधिक सं.उच्छ्वास | प्रति को.को. सागर पर 100 वर्ष, ( धवला पुस्तक 6/172) | |
धवला पुस्तक 6/166/13 | आयुकर्म (बद्ध्यमान) | असंक्षेपाद्धा अंतर्मुहूर्त आ/असं. | कोडि पूर्व वर्ष/3 | |
गोम्मट्टसार कर्मकांड / मूल गाथा 917 | आयुकर्मका सामान्य नियम | आयु बंध भये पीछे शेष भुज्यमानायु | Example | |
गोम्मट्टसार कर्मकांड / मूल गाथा 916 | 92592592 16\27 कोड सा.वाला कर्म | अंतर्मुहूर्त सं. | अंतर्मुहूर्त | |
2. उदीरणा अपेक्षा | गो.मू.159 | आयु बिना 7 कर्मोंकी | आवली | X |
गो.मू.918 | बध्यमानायु | X | X |
द्रव्यास्त्रव | भावास्त्रव तत्त्वार्थसूत्र अध्याय 6/4 सर्वार्थसिद्धि अध्याय 6/4/320/8 | भावास्त्रव | ||
ईर्यापथ भावास्त्रव | सांपरायिक भावास्त्रव | |||
दृष्टि नं.1. इंद्रिय, कषाय, अव्रत और 25 क्रिया रूप भेद ( तत्त्वार्थसूत्र अध्याय 6/5), ( तत्त्वार्थसार अधिकार 4/8) | ||||
दृष्टि नं.2. मिथ्यात्व, अविरति, कषाय और योग ( बारसाणुवेक्खा गाथा 47), ( समयसार / मूल या टीका गाथा 164), ( गोम्मट्टसार कर्मकांड / मूल गाथा 786) | ||||
दृष्टि नं.3. मिथ्यात्व, अविरति, प्रमाद, कषाय और योग द्रव्यसंग्रह/ बृ.मू.30, अनगार धर्मामृत अधिकार 2/37 | ||||
दृष्टि नं.4. शुभ और अशुभ -- मन वचन काय रूप राजवार्तिक अध्याय 1/14/39/25 |
कर्माहारादि | खाद्यादि | कांजी आदि | पानकादि |
---|---|---|---|
1 | 2 | 3 | 4 |
कर्माहार | अशन | कांजी | स्वच्छ |
नोकर्माहार | पान | आंवली | बहल |
कवलाहार | भक्ष्य या खाद्य | आचाम्ल | लेवड़ |
लेप्याहार | लेह्य | बेलड़ी | अलेवड़ |
ओजाहर | स्वाद्य | एकलटाना | ससिक्थ |
मानसाहार | -- | -- | असिक्थ |
आहार
- 1. कर्माहारादि
- कर्माहार
- नोकर्माहार
- कवलाहार
- लेप्याहार
- ओजाहर
- मानसाहार
- 2.खाद्यादि
3. कांजी आदि
4. कांजी आदि
कर्माहारादि खाद्यादि कांजी आदि पानकादि
1 2 3 4
कर्माहार अशन कांजी स्वच्छ
नोकर्माहार पान आंवली या बहल
कवलाहार भक्ष्य या खाद्य आचाम्ल लेवड़
लेप्याहार लेह्य बेलड़ी अलेवड़
ओजाहर स्वाद्य एकलटाना ससिक्थ
मानसाहार - - असिक्थ