उत्पला: Difference between revisions
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Revision as of 12:59, 19 January 2023
सिद्धांतकोष से
सुमेरु पर्वत के नंदन आदि तीन वनों में स्थित पुष्करिणी - देखें लोक - 5.6।
पुराणकोष से
मेरु पर्वत की पूर्व-दक्षिण (आग्नेय) दिशा में स्थित पचास योजन लंबी, दस योजन गहरी और पच्चीस योजन चौड़ी वापी । हरिवंशपुराण 5. 334-335