चंपा: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी की साठ नगरियों में एक नगरी । यह महावीर की विहारभूमि थी । तीर्थंकर वासुपूज्य यहीं जन्मे थे । यही राजा कर्ण ने शासन किया था । <span class="GRef"> महापुराण 58.17-20, 75, 82, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 20.48, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 1.81, 54-56, 22.3, 45-105, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 7. 268-277, 11. 25, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 19.218-234 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी की साठ नगरियों में एक नगरी ।</p> | ||
<p id="2"> (2) यह महावीर की विहारभूमि थी । तीर्थंकर वासुपूज्य यहीं जन्मे थे । यही राजा कर्ण ने शासन किया था । <span class="GRef"> महापुराण 58.17-20, 75, 82, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 20.48, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 1.81, 54-56, 22.3, 45-105, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 7. 268-277, 11. 25, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 19.218-234 </span></p> | |||
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Revision as of 13:40, 12 May 2023
सिद्धांतकोष से
- विजयार्ध की उत्तरश्रेणी का एक नगर–देखें विद्याधर ।
- वर्तमान भागलपुर ( महापुराण/ प्रस्तावना 49/पं.पन्नालाल)।
पुराणकोष से
(1) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी की साठ नगरियों में एक नगरी ।
(2) यह महावीर की विहारभूमि थी । तीर्थंकर वासुपूज्य यहीं जन्मे थे । यही राजा कर्ण ने शासन किया था । महापुराण 58.17-20, 75, 82, पद्मपुराण 20.48, हरिवंशपुराण 1.81, 54-56, 22.3, 45-105, पांडवपुराण 7. 268-277, 11. 25, वीरवर्द्धमान चरित्र 19.218-234