तत्प्रदोष: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
गो.क./जी.प्र./८००/९७९/९ <span class="SanskritText">तत्प्रदोषतत्वज्ञाने हर्षाभाव:।</span><span class="HindiText">=तत्वज्ञान में हर्ष का न होना तत्प्रदोष कहलाता है। | |||
</span> | |||
[[तत्प्रतियोगी प्रत्यभिज्ञान | Previous Page]] | |||
[[तत्प्रमाण | Next Page]] | |||
[[Category:त]] | |||
Revision as of 15:17, 25 December 2013
गो.क./जी.प्र./८००/९७९/९ तत्प्रदोषतत्वज्ञाने हर्षाभाव:।=तत्वज्ञान में हर्ष का न होना तत्प्रदोष कहलाता है।