त्रैकाल्य योगी: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p class="HindiText">संघ के देशीयगण की गुर्वावली के अनुसार (–देखें - [[ इतिहास | इतिहास ]]) आप गोलाचार्य के शिष्य तथा अभयनन्दि के गुरु थे। समय–वि.९२०-९३०। (ई०८६३-८७३); (ष.खं./२/प्र./४ H.L.jain); (पं.वि./प्र./२८ A.N. up)– देखें - [[ इतिहास#7.5 | इतिहास / ७ / ५ ]]।</p> | |||
[[त्रेपन क्रियाव्रत | Previous Page]] | |||
[[त्रैराशिक | Next Page]] | |||
[[Category:त]] | |||
Revision as of 16:15, 25 December 2013
संघ के देशीयगण की गुर्वावली के अनुसार (–देखें - इतिहास ) आप गोलाचार्य के शिष्य तथा अभयनन्दि के गुरु थे। समय–वि.९२०-९३०। (ई०८६३-८७३); (ष.खं./२/प्र./४ H.L.jain); (पं.वि./प्र./२८ A.N. up)– देखें - इतिहास / ७ / ५ ।