सर्वभद्र: Difference between revisions
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यक्ष जाति के व्यंतरदेवों का एक भेद। -देखें [[ यक्ष ]]। | यक्ष जाति के व्यंतरदेवों का एक भेद। -देखें [[ यक्ष 2 ]]। | ||
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Revision as of 16:33, 1 October 2022
सिद्धांतकोष से
यक्ष जाति के व्यंतरदेवों का एक भेद। -देखें यक्ष 2 ।
पुराणकोष से
इस नाम का एक उपवास । विनयश्री इस उपवास के फलस्वरूप सौधर्मेंद्र की देवी हुई थी । हरिवंशपुराण 60.92 देखें सर्वतोभद्र