देशभूषण: Difference between revisions
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<p class="HindiText">प.पु./३९/श्लोकवंशधर पर्वत पर ध्यानारूढ थे (३३)। पूर्व वैर से अग्निप्रभ नाम देव ने घोर उपसर्ग किया (१५), जो कि वनवासी राम के आने पर दूर हुआ (७३)। तदनन्तर इनको केवलज्ञान हो गया (७५)।</p> | |||
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Revision as of 16:15, 25 December 2013
प.पु./३९/श्लोकवंशधर पर्वत पर ध्यानारूढ थे (३३)। पूर्व वैर से अग्निप्रभ नाम देव ने घोर उपसर्ग किया (१५), जो कि वनवासी राम के आने पर दूर हुआ (७३)। तदनन्तर इनको केवलज्ञान हो गया (७५)।