सिद्धर्षि: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
सिद्धर्षि-'उपमिति भव प्रपंच कथा' के रचयिता एक श्वेतांबराचार्य। उक्त ग्रंथ के अनुसार सूर्याचार्य के शिष्य छेल महत्तर और उनके स्वामी दुर्गा स्वामी हुए। इन दुर्गा स्वामी ने ही इनको तथा इनके शिक्षा गुरु गर्ग स्वामी को दीक्षित किया था। समय-ग्रंथ रचना काल वि.962 (ई.905)। ( | <p class="HindiText">सिद्धर्षि-'उपमिति भव प्रपंच कथा' के रचयिता एक श्वेतांबराचार्य। उक्त ग्रंथ के अनुसार सूर्याचार्य के शिष्य छेल महत्तर और उनके स्वामी दुर्गा स्वामी हुए। इन दुर्गा स्वामी ने ही इनको तथा इनके शिक्षा गुरु गर्ग स्वामी को दीक्षित किया था। समय-ग्रंथ रचना काल वि.962 (ई.905)। (<span class="GRef">जैन साहित्य और इतिहास/1/361</span>)। देखें [[ परिशिष्ट ]]।</p> | ||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 14:28, 18 March 2023
सिद्धर्षि-'उपमिति भव प्रपंच कथा' के रचयिता एक श्वेतांबराचार्य। उक्त ग्रंथ के अनुसार सूर्याचार्य के शिष्य छेल महत्तर और उनके स्वामी दुर्गा स्वामी हुए। इन दुर्गा स्वामी ने ही इनको तथा इनके शिक्षा गुरु गर्ग स्वामी को दीक्षित किया था। समय-ग्रंथ रचना काल वि.962 (ई.905)। (जैन साहित्य और इतिहास/1/361)। देखें परिशिष्ट ।