अतिरूपक: Difference between revisions
From जैनकोष
Bhumi Doshi (talk | contribs) No edit summary |
No edit summary |
||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: अ]] | [[Category: अ]] | ||
[[Category: | [[Category: प्रथमानुयोग]] | ||
Revision as of 09:16, 4 November 2022
देवरमण वन का एक व्यंतरदेव । सुरूप नामक देव और यह दोनों इसी वन में उत्पन्न हुए थे । पूर्व जन्म में दोनों गीध और कबूतर थे । दोनों ने मुनि मेघरथ से दान और उसके पात्र का स्वरूप भली प्रकार समझा था इसलिए अंत में देह त्यागकर ये दोनों देव हुए थे । महापुराण 63.276-278